Antracol Fungicide Uses Price Dose Content | BAYER फफूंदनाशक

Antracol Fungicide Uses Price Dose Content | BAYER फफूंदनाशक

किसान भाई धान उगाते हैं !! या आप आलू उगाओ !! दोनों पर पत्तियों पर भूरे धब्बे का प्रकोप दिखाई देता है। उपज के रूप में आलू की गुणवत्ता घट जाती है। धान की फसल का उत्पादन कम होता है। फसल खराब !! भाई किसान, आज हम बात करने जा रहे हैं कि कैसे आप एंथ्राकोल फफूंदनाशक के प्रयोग से पत्ती के भूरे धब्बे से छुटकारा पा सकते हैं।

ताकि फसल खराब होने से बची रहे और हमें अच्छी उपज मिले। बाजार में अच्छी कीमत मिले।

एंथ्राकोल कवकनाशी किस कवक को रोकता है? इसका प्रयोग हम किन-किन फसलों में कर सकते हैं? कौन सी खुराक लेनी है? इसका बाजार भाव क्या है? क्या यह हमारी फसलों को नुकसान पहुंचाता है?

ब्राउन लीफ स्पॉट का क्या कारण है? क्या इसके शुरुआती लक्षण हैं? वह विस्तार से जानेंगे।

किसान भाई पहले बात करते है ब्राउन लीफ स्पॉट रोग क्या होता है ? किस की कारण होता है ?

इसमे आप देखेंगे जिस पौधे में यंह होता है उस पौधे की पत्तियों पर भूरे भूरे दाग दिखाई देंगे साथ ही अगर यंह बालियों में लग जाये तो बालीया में दाना अधुरा भरा दिखाई देगा.

यंह धीरे धीरे पुरे पौधे में फेल जाता है नई निकल रही पत्तियों को भी यंह काफी नुकसान पहुंचाता है.

बतादे की यंह Cochliobolus miyabeanus  नामक फफूंद की वजह से होता है. यंह फफूंद पौधे पर ही रहता है, जो की कम संख्या में होने की वहज पौधे को कोई नुकसान नही पहुंचाता है, लेकिन जेसेही इसे अपने अनुकूल वातावरण मिलता है, यंह पौधे में भारी मात्रा में फेल जाता है. फसल का नुकसान करता है.

किसान भाई अब हम बात करते है antracol  fungicide का छिडकाव हम किन फसलो में कर सकते है ?

मुख रूपसे हम इसका छिडकाव सेंफ, धान, आलू, टमाटर, मिर्च, अंगूर और अनार में कर सकते है. साथ ही बागवानी पौधे में और अन्य सब्जी वर्गीय फसलो में कर सकते है.

किसान भाई अब बात करते है इसमे मिलनेवाले टेक्निकल कंटेंट के बारेमे ?

इसमे किसान भाई हमे Propineb 70% WP यानिकी wettable powder फॉर्म में आता है. यंह एक contact Fungicide है.

जो contact तरीकेसे काम करता है ,पौधे के पत्तियों में फेल कर फफूंद की रोकथाम करता है.

यंह protective है, जिसकी की वजह से फफूंद को आनेसे रोकता है. साथही यंह broad spectrum है जो बहुत से फफूंद जनीत रोगों को खत्म करता है.

अब किसान भाई जानते है यंह किन फफूंद की रोकथाम करता है ?

यंह मुख रूपसे scab, leaf and fruit spots, early blight, late blight, die back, buck eye rot, downy mildew, brown leaf spot और narrow leaf spot को कंट्रोल करता है.

मोड ऑफ़ एक्शन कि बात करे तो यंह फफूंद cells कि respiratory सिस्टम में जाकर उसे ब्लॉक करता है, जिससे फफूंद का सांस् लेना बिलकुल हि बंद हो जाता है. परिणाम स्वरुप यंह होता है की फफूंद की कोशिकाये मरने लगती है और अन्तः फफूंद ख़त्म हो जाता है |

साथ ही यंह जिंक बेस fungicide है, जिससे पौधे की जिंक की जरूरत भी पूरी होती है , फसल हरीभरी होती है.

रिजल्ट टाइम कि बात करे तो10-15 दिन तक इसका अच्छा रिजल्ट देख्नोनेको मिलाता है. इसे आप टॉनिक ,NPK, किसी भी कीटनाशक के साथ मिक्स करके स्प्रे कर सकते है.

लेकिन आप खरपतवार नाशक के साथ मिक्स ना करे. फसल को नुकसान पहुंच सकता है.

किसान भाई अब बात करते है फसलो को मिलनेवाले फायदों के बारेमे ?

टमाटर  :

पौधे को तनाव से बचाता है , फूलो की गलन कम करता है.

टमाटर में मुखत: buck eye rot को कंट्रोल करता है.

साथ ही downy mildew, early blight, late blight, leaf spot और fruit spot को कंट्रोल करता है.

पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है. उपज को बढ़ाने केलिये सहायक है.

मजबूती देता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है. पौधे को हराभरा रखनेमे मदत करता है. पौधे को रोगों से लढ़ नेमे मदत करता है.

धान  :

धान में होनेवाले मुख: brown leaf spot और narrow leaf spot को कंट्रोल करता है.

साथही early blight, late blight, die back और downy mildew को कंट्रोल करता है.

सुरक्षा प्रदान करता है. उपज में वृद्धी केलिये सहायक है. पौधे को मजबूती देता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है.

फसल को हराभरा रखनेमे मदत करता है. पौधे को रोगों से लढ़ नेमे मदत करता है.

मिर्च  :

मिर्च में मुख्यतः die back को कंट्रोल करता है.

साथ ही leaf spots, early blight, late blight और downy mildew को कंट्रोल करता है.

फसल को सुरक्षा प्रदान करता है. उपज बढ़ाने में मदत करता है. फसल को मजबूती देता है. विकास करनेमे मदत करता है |

पौधे को हराभरा रखनेमे मदत करता है.पौधे को रोगों से लढ़ नेमे ताकत देता है.

आलू  :

आलू में आनेवाले फंगस early blight और late blight को कंट्रोल करता है.

साथ ही leaf and fruit spots, downy mildew, brown leaf spot और narrow leaf spot को कंट्रोल करता है.

उपज में वृद्धी केलिये सहायक है. फसल को मजबूती देता है.

सुरक्षा प्रदान करता है, पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है.

फसल को हरीभरी रखनेमे मदत करता है. पौधे को रोगों से लढ़ नेमे ताकत देता है.

अंगूर  :

अंगूर में मुखत: downy mildew को कंट्रोल करता है. साथही scab, leaf and fruit spots, early blight, late blight, brown leaf spot और narrow leaf spot को कंट्रोल करता है.

सुरक्षा प्रदान करता है. उपज बढ़ाने में मदत करता है.

मजबूती देता है. गन्ने की क्वालिटी बनाये रखता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है.

फसल को हरीभरी रखनेमे मदत करता है. पौधे को रोगों से लढ़ नेमे मदत करता है.

किसान भाई अब हम बात करते है इसके dose के बारे मे ?

आपको लेना है 350-400 gm प्रति 150-200 लीटर पानी में प्रति एकड़, 35-40 gm प्रति 15 लीटर पानी में घोलके छिडकाव कर सकते है.

2.5 gm प्रति लीटर पानी में छिडकाव कर सकते है.

60-65 gm प्रति 25 लीटर पेट्रोल पंप.

छिडकाव करने से पहले टंकी को अछेसे से डंडे के सहायतासे अछेसे हिलाले ताकि दवाई अछेसे से घुल मिल जाये, सिल्कोंन  चिपको मिलके छिडकाव करते है तो किसान भाई काफी अछे रिजल्ट देख्नोनेको मिलते है.

किसान भाई अब बात करते है इसके मार्केट रेट के बारेमे ? खर्चा कितना आ सकता है ?

तो यंह लगभग 500 gm का पैक 300-400 रू तक आ जाता है. लोकेशन के अनुसार थोडा price उपर निचे दिख्नेनेको मिल सकता है. किसान भाई आपके यंहा कितने रेट में मिल रहा है हमे जरुर बताये |

किसान भाई लोकल दवाईयो की खरीददारी से दूर रहीये जेन्युइन दवाईयो का चुनाव ही अच्छा रहता है.

अगर बात करे इसके निर्माता कंपनी के बारेमे तो यंह Bayer crop साइंस का उत्पाद है.

किसान भाई बता दे की यंही टेक्निकल अन्य कंपनीया भी दे रही है. ऐसा कुछ नहीं है की आपको antracol fungicide ही लेना है. यंही टेक्निकल आपके यंहा जो कंपनी दे रही है. आप वंह खरीद सकते है. किसान भाई लोकल दवाईयों की खरीददारी से बचिए अपनी मेहनत का पैसा और अपनी फसल को नुकसान से बचाईये |

किसान भाई अब बात करते है कुछ होनेवाले नुकसान के बारेमे ? और कुछ सावधानिया के बारेमे ?

जेसे की आपको पता है अति किया तो नुकसान होता है. ठीक वेसे ही दवाई को अधिक मात्रा में लेकर छिडकाव करनेसे फसल ख़राब हो सकती है.

और ध्यान देने की बात यंह है की दवाई को बहोत कम मात्रा में लेकर छिडकाव करनेसे दवाई का असर कम होता है रिजल्ट नही मिल पाते है. आपको दोबारा स्प्रे करना पड़ सकता है, सही मात्रा लेकर छिडकाव करिए अपना कीमती समय और मजदूरो पर होनेवाले खर्च को बचाईये.

मुंह पर कपड़ा न बांध कर छिडकाव करनेसे सांस् लेने में तकलीफ होना, उलटी आना, सिरदर्द होना, आँखों में जलन होना, पेट दर्द होना यंह कुछ समस्याये आ सकती है.

किसान भाई दवाई जहरीली है. कृपया आप इसे अपने बच्चो अपने जानवरों की पहुंच से दूर रखिये.



Posted 1 year ago

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